NPS Vs म्यूचुअल फंड्स: रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए कौन सा विकल्प आपको बना सकता है करोड़पति?, NPS vs Mutual Fund which is better for retirement – रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए कई विकल्प मौजूद हैं, जिनमें से नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) और म्यूचुअल फंड्स दो प्रमुख निवेश विकल्प हैं।
दोनों में अलग-अलग फायदे और नुकसान होते हैं, तो सवाल यह है कि किसे चुनना चाहिए? इस आर्टिकल में हम NPS और म्यूचुअल फंड्स की तुलना करेंगे, ताकि आप समझ सकें कि आपके लिए कौन सा विकल्प बेहतर हो सकता है।
NPS क्या है?
नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) एक सरकारी पेंशन योजना है, जिसे भारत सरकार ने 2004 में शुरू किया था। इसका उद्देश्य लोगों को नियमित रूप से निवेश करने और रिटायरमेंट के बाद एक स्थिर आय प्राप्त करने के लिए प्रेरित करना है।
NPS में व्यक्ति अपने करियर के दौरान नियमित रूप से योगदान करते हैं, और रिटायरमेंट के बाद उस राशि का कुछ हिस्सा निकाल सकते हैं, जबकि बाकी का हिस्सा एक निश्चित पेंशन प्राप्त करने के लिए लगाया जाता है।
NPS की प्रमुख विशेषताएँ
- टैक्स लाभ: NPS में निवेश पर टैक्स कटौती मिलती है, जिसमें ₹1.5 लाख तक की छूट 80C के तहत और अतिरिक्त ₹50,000 की छूट 80CCD(1B) के तहत मिलती है।
- सरकारी गारंटी: चूंकि NPS सरकार द्वारा नियंत्रित होता है, इसलिए यह एक सुरक्षित विकल्प माना जाता है।
- कम खर्च: NPS में प्रशासनिक शुल्क कम होते हैं, जिससे यह एक किफायती विकल्प बनता है।
- अन्यथा खरीदना अनिवार्य: NPS में रिटायरमेंट के बाद कम से कम 40% राशि को पेंशन खरीदने में खर्च करना होता है।
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म्यूचुअल फंड्स क्या हैं?
म्यूचुअल फंड्स ऐसे निवेश साधन होते हैं जिन्हें पेशेवर फंड मैनेजर द्वारा संचालित किया जाता है। ये फंड्स निवेशकों के पैसे इकट्ठा करते हैं और उन्हें विभिन्न स्टॉक्स, बॉन्ड्स या अन्य निवेश विकल्पों में लगाते हैं।
म्यूचुअल फंड्स का इस्तेमाल विभिन्न वित्तीय लक्ष्यों के लिए किया जा सकता है, जिनमें से रिटायरमेंट योजना भी एक महत्वपूर्ण लक्ष्य है। म्यूचुअल फंड्स की कई प्रकार की योजनाएँ होती हैं जैसे कि इक्विटी फंड्स, डेट फंड्स, हाइब्रिड फंड्स इत्यादि, जिनका जोखिम स्तर और रिटर्न अलग-अलग होता है।
म्यूचुअल फंड्स की प्रमुख विशेषताएँ
- लचीलापन: म्यूचुअल फंड्स में आप जितना चाहें उतना निवेश कर सकते हैं, और कोई न्यूनतम राशि की आवश्यकता नहीं होती।
- उच्च रिटर्न: ऐतिहासिक रूप से, इक्विटी म्यूचुअल फंड्स ने अन्य निवेश विकल्पों से अधिक रिटर्न दिए हैं, हालांकि उनका जोखिम भी अधिक होता है।
- तरलता: NPS के मुकाबले, म्यूचुअल फंड्स में निवेश की राशि को कभी भी निकाला जा सकता है।
- टैक्सेशन: म्यूचुअल फंड्स पर टैक्स की दर विभिन्न प्रकार के फंड्स और होल्डिंग पीरियड पर निर्भर करती है। इक्विटी फंड्स में लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन (LTCG) पर 10% टैक्स और शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन (STCG) पर 15% टैक्स लगता है।
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NPS और म्यूचुअल फंड्स: सीधी तुलना
आइए अब हम NPS और म्यूचुअल फंड्स को विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं जैसे रिटर्न, जोखिम, टैक्स लाभ आदि के आधार पर तुलना करें।
पहलू | NPS | म्यूचुअल फंड्स |
---|---|---|
रिटर्न | औसतन 8-10% प्रतिवर्ष | विविध होता है (आमतौर पर 8-15%, इक्विटी फंड्स में अधिक) |
जोखिम | कम से मध्यम (सरकारी गारंटी वाला विकल्प) | विविध (डेट फंड्स में कम जोखिम, इक्विटी फंड्स में अधिक जोखिम) |
टैक्स लाभ | ₹1.5 लाख तक छूट + ₹50,000 का अतिरिक्त लाभ | टैक्स लाभ फंड के प्रकार पर निर्भर (ELSS में 80C के तहत टैक्स लाभ) |
तरलता | कम (जल्दी निकालने पर जुर्माना) | उच्च (कभी भी निकाल सकते हैं) |
शुल्क | कम प्रशासनिक शुल्क | विविध (कुछ फंड्स में अधिक शुल्क हो सकता है) |
अन्यथा खरीदना अनिवार्य | रिटायरमेंट के बाद पेंशन खरीदना अनिवार्य | कोई अनिवार्य पेंशन खरीदने की आवश्यकता नहीं |
नियमन | सरकारी गारंटी, सुरक्षित | बाजार-आधारित, बाजार जोखिम से प्रभावित |
NPS को रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए क्यों चुनें?
NPS कुछ खास कारणों से एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो एक सुरक्षित और स्थिर भविष्य की तलाश में हैं।
सरकारी गारंटी और सुरक्षा
NPS एक सरकारी योजना है, जिससे निवेशकों को सुरक्षा और स्थिरता मिलती है। सरकार द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार, इस योजना में निवेश करना आपको एक सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित करता है।
टैक्स लाभ
NPS में निवेश करने पर आपको बहुत अच्छे टैक्स लाभ मिलते हैं। ₹1.5 लाख तक की छूट तो मिलती ही है, साथ ही ₹50,000 का अतिरिक्त टैक्स लाभ भी मिलता है, जो इसे एक आकर्षक विकल्प बनाता है।
कम खर्च
NPS का प्रशासनिक शुल्क अन्य योजनाओं की तुलना में बहुत कम होता है। इससे निवेशक को दीर्घकालिक रूप से अधिक लाभ मिल सकता है।
उदाहरण
मान लीजिए, आप 30 साल की उम्र में हर महीने ₹10,000 NPS में निवेश करते हैं। यदि सालाना रिटर्न 9% है, तो 30 साल में आपके पास लगभग ₹1.56 करोड़ की राशि जमा हो सकती है। इस राशि का कुछ हिस्सा आप रिटायरमेंट के बाद पेंशन में बदल सकते हैं, जिससे आपको नियमित आय मिलती रहेगी।
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म्यूचुअल फंड्स को रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए क्यों चुनें?
म्यूचुअल फंड्स खासकर उन निवेशकों के लिए अच्छे होते हैं, जो उच्च रिटर्न चाहते हैं और जिनके पास जोखिम सहने की क्षमता है।
उच्च रिटर्न की संभावना
इक्विटी म्यूचुअल फंड्स ने लंबी अवधि में बहुत अच्छे रिटर्न दिए हैं, जो कि NPS की तुलना में अधिक होते हैं। यदि आप बाजार में जोखिम लेने के लिए तैयार हैं, तो म्यूचुअल फंड्स आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकते हैं।
लचीलापन
म्यूचुअल फंड्स में आप अपनी पसंद के फंड में निवेश कर सकते हैं और जब चाहें अपनी राशि निकाल सकते हैं। इसका मतलब है कि आपको अपनी रिटायरमेंट योजना के दौरान अधिक लचीलापन मिलता है।
कोई पेंशन खरीदने की अनिवार्यता नहीं
NPS के मुकाबले, म्यूचुअल फंड्स में आपको रिटायरमेंट के बाद पेंशन खरीदने की कोई अनिवार्यता नहीं होती। आप अपनी जमा राशि को अपनी पसंद के अनुसार उपयोग कर सकते हैं।
उदाहरण
मान लीजिए, आप 30 साल की उम्र में हर महीने ₹10,000 इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं। यदि औसत रिटर्न 12% है, तो 30 साल में आपके पास ₹2.15 करोड़ जमा हो सकते हैं। इसके बाद आप चाहें तो इस राशि को निकाल सकते हैं या फिर इसे और बढ़ाने के लिए निवेश कर सकते हैं।
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जोखिम: NPS बनाम म्यूचुअल फंड्स
NPS
NPS में जोखिम कम होता है, क्योंकि ज्यादातर निवेश सरकारी बांड्स और अन्य सुरक्षित विकल्पों में किए जाते हैं। हालांकि, रिटर्न भी सीमित होते हैं और अधिक वृद्धि की उम्मीद नहीं की जा सकती।
म्यूचुअल फंड्स
म्यूचुअल फंड्स का जोखिम इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस प्रकार के फंड्स में निवेश करते हैं। इक्विटी फंड्स उच्च रिटर्न की संभावना के साथ अधिक जोखिम लेते हैं, जबकि डेट फंड्स में जोखिम कम होता है।
यदि आप सुरक्षित निवेश चाहते हैं, तो NPS एक अच्छा विकल्प हो सकता है, जबकि यदि आप उच्च रिटर्न चाहते हैं और जोखिम सह सकते हैं, तो म्यूचुअल फंड्स बेहतर होंगे।
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निष्कर्ष: NPS या म्यूचुअल फंड्स?
NPS और म्यूचुअल फंड्स दोनों के अपने फायदे हैं, और यह आपकी वित्तीय स्थिति और लक्ष्य पर निर्भर करता है कि आपको कौन सा विकल्प चुनना चाहिए।
- NPS चुनें यदि आप एक सुरक्षित, स्थिर निवेश चाहते हैं और आपको टैक्स लाभ की आवश्यकता है।
- म्यूचुअल फंड्स चुनें यदि आप उच्च रिटर्न चाहते हैं और आपके पास जोखिम सहने की क्षमता है।
कभी-कभी, दोनों का संयोजन सबसे अच्छा हो सकता है। आप NPS को एक स्थिर आधार के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं और म्यूचुअल फंड्स के माध्यम से अधिक रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि रिटायरमेंट के लिए जल्दी शुरुआत करें, नियमित रूप से निवेश करें, और समय-समय पर अपनी योजना की समीक्षा करें।
सही निवेश योजना के साथ, आप अपने भविष्य को सुरक्षित और वित्तीय रूप से स्वतंत्र बना सकते हैं।