अमीरी का असली मंत्र – ₹10,000 से ₹20 करोड़ तक का सफर! जानें इस म्यूचुअल फंड की चौंकाने वाली कहानी, Mutual Fund Scheme turned Rs 10,000 SIP to Rs 20 crore -हर निवेशक कम्पाउंडिंग की ताकत के बारे में जरूर सुनता है, लेकिन म्यूचुअल फंड्स में इसका असर और भी खास होता है। इसे ऐसे समझें कि छोटी-छोटी बचतें समय के साथ बड़े फंड में बदल जाती हैं, बशर्ते आप धैर्य के साथ निवेश में टिके रहें।
HDFC एसेट मैनेजमेंट के सीईओ नवीन मुन्नोट ने हाल ही में इस पर रोशनी डाली और बताया कि भारत में कम्पाउंडिंग की सफलता की कहानी निवेशकों के लिए एक प्रेरणा है। उनका कहना है कि असली कमाल बाजार की चाल से घबराए बिना निवेश बनाए रखने में है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि म्यूचुअल फंड्स में अनुशासित निवेश लंबे समय में करोड़ों का कॉर्पस बना सकता है। भारत का आर्थिक परिदृश्य और निवेश का माहौल इसे और भी प्रभावशाली बना रहा है। य
ह कहानी न केवल निवेशकों को बड़े लक्ष्य बनाने के लिए प्रेरित करती है, बल्कि बताती है कि सही रणनीति और धैर्य से भविष्य कितना उज्जवल हो सकता है। क्या आप भी अपनी कम्पाउंडिंग स्टोरी लिखने के लिए तैयार हैं?
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ToggleHDFC Flexi Cap Fund: 30 वर्षों की अद्भुत यात्रा
इंडिया इकोनॉमिक कॉन्क्लेव 2024 में बोलते हुए, नवीन मुन्नोट ने बताया कि कैसे म्यूचुअल फंड्स ने पिछले तीन दशकों में जबरदस्त वृद्धि दिखाई है। उन्होंने साझा किया कि HDFC Flexi Cap Fund, जो अगले महीने अपने 30 वर्षों का जश्न मनाने जा रहा है, ने एक छोटी सी SIP को करोड़ों के कॉर्पस में बदल दिया।
- रुपए 10,000 की मासिक SIP का परिणाम:
अगर किसी ने 30 साल पहले इस फंड में हर महीने 10,000 रुपए का निवेश किया होता, तो आज उसकी वैल्यू करीब 20 करोड़ रुपए होती। - कम्पाउंडिंग की ताकत:
यह सफलता भारत की कम्पाउंडिंग स्टोरी को दिखाती है। नवीन ने कहा, “अमेरिका को छोड़कर, बहुत कम देशों ने ऐसा किया है।”
आने वाले 30 साल भी हो सकते हैं रोमांचक
मुन्नोट ने यह भी कहा कि इस बात का कोई कारण नहीं है कि आने वाले 30 साल भी इतने ही रोमांचक न हों। निवेशकों के लिए असली ट्रिक यही है कि वे बाजार के उतार-चढ़ाव से घबराए बिना निवेश में बने रहें।
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इंडिया इकोनॉमिक कॉन्क्लेव 2024: क्या है खास?
एक नजर इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम पर
- 10वीं संस्करण का आयोजन:
टाइम्स नेटवर्क का यह प्रतिष्ठित आयोजन, जिसमें देश-विदेश के प्रमुख नीति-निर्माता, आर्थिक विशेषज्ञ और उद्योग जगत के नेता भाग लेते हैं, भारतीय अर्थव्यवस्था के भविष्य पर चर्चा के लिए एक बड़ा मंच है। - अहम मुद्दों पर फोकस:
इस कार्यक्रम में अब तक देश के सबसे महत्वपूर्ण आर्थिक मुद्दों को उजागर किया गया है। - भारत की आर्थिक वृद्धि पर चर्चा:
इस बार का मुख्य फोकस भारत की आर्थिक प्रगति और इसे तेज करने के तरीकों पर रहेगा।
म्यूचुअल फंड्स के जरिए करोड़पति बनने का सपना
क्यों बने रहना है जरूरी?
- लंबी अवधि का निवेश:
म्यूचुअल फंड्स में बने रहना, खासकर SIP के जरिए, लंबी अवधि में शानदार रिटर्न दे सकता है। - कम्पाउंडिंग की ताकत:
यह समय के साथ निवेश पर बड़ा लाभ देता है। - भावनात्मक निर्णय से बचाव:
बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान निवेश बनाए रखने से जल्दबाजी में नुकसान होने वाले फैसलों से बचा जा सकता है।
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निवेशकों के लिए टिप्स
- SIP के जरिए निवेश शुरू करें:
नियमित और अनुशासित निवेश से बड़ी पूंजी बन सकती है। - लंबी अवधि का नजरिया रखें:
कम्पाउंडिंग का पूरा फायदा तभी मिलेगा जब निवेश लंबे समय तक बना रहेगा। - बाजार की हलचल से घबराएं नहीं:
बाजार में उतार-चढ़ाव सामान्य है। निवेश में बने रहना सफलता की कुंजी है। - फंड्स की समीक्षा करें:
अपने निवेश को समय-समय पर जांचें और अपने लक्ष्य के हिसाब से फंड का चयन करें।
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निष्कर्ष
भारत की कम्पाउंडिंग स्टोरी म्यूचुअल फंड्स निवेशकों के लिए प्रेरणादायक है। HDFC Flexi Cap Fund जैसी सफलता की कहानियां यह दिखाती हैं कि निवेश में अनुशासन और धैर्य कितने महत्वपूर्ण हैं। आने वाले वर्षों में भारत की आर्थिक वृद्धि और मजबूत निवेश प्लेटफॉर्म्स के जरिए निवेशकों को और भी बड़े अवसर मिल सकते हैं।
डिस्क्लेमर
यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करना सुनिश्चित करें। म्यूचुअल फंड्स में निवेश जोखिमों के अधीन है, और बाजार के प्रदर्शन पर निर्भर करता है।