FD सुरक्षित है, लेकिन क्या Mutual Fund आपको अमीर बना सकता है? जानिए सच्चाई!, Mutual Fund vs Fixed Deposit which is better for investor – आज के समय में हर कोई अपने पैसे को बढ़ाना चाहता है। लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर कैसे?
आमतौर पर, निवेश के लिए दो सबसे लोकप्रिय विकल्प हैं – फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और म्यूचुअल फंड। जहां FD को सुरक्षित विकल्प माना जाता है, वहीं म्यूचुअल फंड को थोड़े जोखिम के साथ बेहतर रिटर्न का जरिया समझा जाता है। तो आइए जानते हैं कि इन दोनों में से कौन सा विकल्प आपके लिए सही है।
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) क्या है?
FD बैंक में किया गया एक ऐसा निवेश है जिसमें आपका पैसा तय समय के लिए एक निश्चित ब्याज दर पर जमा होता है।
लाभ:
- सुरक्षा: आपका पैसा 100% सुरक्षित है क्योंकि यह बैंक द्वारा गारंटीशुदा होता है।
- फिक्स्ड रिटर्न: आपको पहले से पता होता है कि कितने समय बाद कितना पैसा मिलेगा।
- लचीलापन: आप FD को अपनी सुविधा के अनुसार 7 दिन से लेकर 10 साल तक के लिए कर सकते हैं।
कमियां:
- कम रिटर्न: महंगाई को मात देने के लिए FD का रिटर्न काफी नहीं होता।
- टैक्सेशन: FD पर मिलने वाला ब्याज पूरी तरह टैक्सेबल होता है।
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म्यूचुअल फंड क्या है?
म्यूचुअल फंड एक ऐसा निवेश है जहां आपका पैसा एक्सपर्ट्स द्वारा शेयर मार्केट, डेट इंस्ट्रूमेंट्स, और अन्य फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स में लगाया जाता है।
लाभ:
- बेहतर रिटर्न: म्यूचुअल फंड्स लंबे समय में FD की तुलना में बेहतर रिटर्न दे सकते हैं।
- टैक्स सेविंग: ELSS (Equity Linked Savings Scheme) म्यूचुअल फंड पर टैक्स छूट मिलती है।
- लचीलापन: SIP (Systematic Investment Plan) के जरिए आप छोटे-छोटे अमाउंट से निवेश शुरू कर सकते हैं।
कमियां:
- जोखिम: मार्केट से जुड़े होने के कारण इसमें उतार-चढ़ाव होता है।
- लंबी अवधि: बेहतर रिटर्न पाने के लिए आपको धैर्य रखना होगा।
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रिटर्न की तुलना
पैरामीटर | फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) | म्यूचुअल फंड |
---|---|---|
रिटर्न (%) | 5-7% | 10-15% (लंबे समय में) |
जोखिम | बहुत कम | उच्च (शेयर बाजार पर निर्भर) |
महंगाई का असर | महंगाई को मात नहीं दे पाता | महंगाई को मात देने की क्षमता |
उदाहरण:
अगर आप ₹1 लाख का निवेश 5 साल के लिए करते हैं:
- FD: ₹1.5 लाख (लगभग)
- म्यूचुअल फंड: ₹2 लाख तक (शेयर बाजार के प्रदर्शन पर निर्भर)
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जोखिम की तुलना
FD का जोखिम:
- बैंक डिफॉल्ट का जोखिम बहुत कम है, खासकर अगर बैंक बड़ा और सरकारी है।
- आपके ₹5 लाख तक के जमा पर गवर्नमेंट की गारंटी होती है।
म्यूचुअल फंड का जोखिम:
- मार्केट से जुड़े होने के कारण इसमें गिरावट का खतरा रहता है।
- हालांकि, लंबे समय में यह खतरा काफी हद तक कम हो जाता है।
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टैक्स लाभ की तुलना
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD):
- FD से मिलने वाला ब्याज आपकी इनकम में जुड़कर टैक्सेबल होता है।
- वरिष्ठ नागरिकों को थोड़ा अतिरिक्त ब्याज मिलता है, लेकिन टैक्स छूट सीमित होती है।
म्यूचुअल फंड:
- ELSS म्यूचुअल फंड में निवेश करने पर आपको धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की टैक्स छूट मिलती है।
- लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन (LTCG) पर टैक्स 10% है, लेकिन ₹1 लाख तक की गेन टैक्स-फ्री है।
कौन से निवेशक के लिए कौन बेहतर?
FD बेहतर है अगर:
- आप बिना किसी जोखिम के निश्चित रिटर्न चाहते हैं।
- आपका उद्देश्य पैसे की सुरक्षा है, रिटर्न नहीं।
- आपको जल्दी पैसे की जरूरत पड़ सकती है।
म्यूचुअल फंड बेहतर है अगर:
- आप लंबे समय तक निवेश कर सकते हैं।
- आप महंगाई से लड़ने वाले रिटर्न चाहते हैं।
- आप थोड़ा जोखिम लेने के लिए तैयार हैं।
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आम आदमी के सवालों के जवाब
सवाल 1: “FD सेफ है तो म्यूच्यूअल फंड में पैसा लगाना क्यूँ जरूरी है?”
- जवाब: FD सुरक्षित है, लेकिन इसका रिटर्न महंगाई से कम होता है। म्यूचुअल फंड में जोखिम जरूर है, लेकिन लंबे समय में यह ज्यादा रिटर्न देता है, जिससे आपकी धनराशि तेजी से बढ़ती है।
सवाल 2: “म्यूच्यूअल फंड रिस्की है तो बिगिनर कैसे शुरू करे?”
- जवाब: SIP के जरिए छोटे अमाउंट से शुरुआत करें और बड़े-बड़े रिटर्न की उम्मीद करने के बजाय धैर्य रखें।
सवाल 3: “क्या मुझे FD और म्यूच्यूअल फंड दोनों में इन्वेस्ट करना चाहिए?”
- जवाब: हां, आप अपने पैसे को FD और म्यूचुअल फंड में बांट सकते हैं। FD से सुरक्षा और म्यूचुअल फंड से ग्रोथ दोनों मिलेगी।
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निष्कर्ष: आपके लिए सही विकल्प कौन सा है?
यदि आप कम जोखिम और निश्चित रिटर्न चाहते हैं, तो FD आपके लिए सही है। लेकिन अगर आप महंगाई को मात देना चाहते हैं और धैर्यपूर्वक अधिक रिटर्न की उम्मीद रखते हैं, तो म्यूचुअल फंड बेहतर विकल्प हो सकता है।
हमारी सलाह:
- अपने निवेश का 50% हिस्सा FD में और 50% हिस्सा म्यूचुअल फंड में डालें।
- अपने वित्तीय लक्ष्यों, जोखिम सहने की क्षमता और समयावधि के आधार पर फैसला करें।