MITRA प्लेटफॉर्म: SEBI का अनोखा कदम, जो आपके भूले हुए म्यूचुअल फंड निवेश को ढूंढेगा SEBI to launch MITRA for tracking unclaimed mutual fund portfolio – पढ़ें 5 अहम बातें – क्या आपने कभी अपने म्यूचुअल फंड निवेश को ट्रैक करने में मुश्किल का सामना किया है? ऐसे निवेश जिन्हें आपने सालों पहले किया था, लेकिन अब आपको उनका कोई पता नहीं है।
इस समस्या का समाधान लाने के लिए SEBI ने एक नई सेवा प्लेटफॉर्म, MITRA (Mutual Fund Investment Tracing and Retrieval Assistant), का प्रस्ताव दिया है। यह प्लेटफॉर्म म्यूचुअल फंड निवेशकों को उनके निष्क्रिय और अप्राप्त फोलियो ढूंढने में मदद करेगा।
इनएक्टिव फोलियो क्या हैं?
निष्क्रिय फोलियो या इनएक्टिव फोलियोवो माने जाते हैं जिनमें पिछले 10 सालों से कोई भी निवेशक द्वारा आरंभ किया गया लेन-देन (चाहे वित्तीय हो या गैर-वित्तीय) नहीं हुआ हो, लेकिन उसमें यूनिट बैलेंस उपलब्ध हो।SEBI ने कहा, “कई सालों में निवेशक अपने म्यूचुअल फंड निवेश को भूल सकते हैं, खासकर अगर निवेश शारीरिक रूप में न्यूनतम KYC डिटेल्स के साथ किया गया हो।”
SEBI के मुताबिक
- कई बार निवेशकों का PAN, ईमेल आईडी, या वैध पता उपलब्ध नहीं होने के कारण ये फोलियो निवेशक के कंसॉलिडेटेड अकाउंट स्टेटमेंट में नहीं आते।
- इस कारण निवेशक अपने निवेशों का ट्रैक खो सकते हैं, या फिर उनकी मृत्यु के बाद उनके नॉमिनी या कानूनी उत्तराधिकारी को इन फोलियो का पता नहीं चल पाता।
- निष्क्रिय फोलियो में धोखाधड़ी की संभावना भी बढ़ जाती है।
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MITRA प्लेटफॉर्म का उद्देश्य
इस समस्या का समाधान करने के लिए SEBI ने MITRA प्लेटफॉर्म का प्रस्ताव रखा है। इसे RTAs (Registrar and Transfer Agents) द्वारा विकसित किया गया है ताकि निवेशकों को उनके निष्क्रिय और अप्राप्त फोलियो की जानकारी मिल सके।
MITRA प्लेटफॉर्म की विशेषताएं और लाभ
1. निवेश की पहचान:
- निवेशकों को उनके भूले हुए निवेश या किसी अन्य व्यक्ति द्वारा किए गए निवेश की जानकारी देगा, जिसके वे वैध उत्तराधिकारी हो सकते हैं।
2. KYC अनुपालन को बढ़ावा:
- यह प्लेटफॉर्म निवेशकों को KYC नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करेगा, जिससे गैर-KYC अनुपालन वाले फोलियो की संख्या कम होगी।
3. अप्राप्त फोलियो में कमी:
- MITRA की मदद से अप्राप्त म्यूचुअल फंड फोलियो की संख्या में कमी आएगी।
4. पारदर्शी वित्तीय तंत्र:
- यह एक पारदर्शी वित्तीय तंत्र बनाने में योगदान देगा और निवेशकों को उनके निष्क्रिय निवेश खोजने का एक भरोसेमंद माध्यम प्रदान करेगा।
5. धोखाधड़ी पर लगाम:
- MITRA प्लेटफॉर्म में धोखाधड़ी के जोखिम को कम करने के उपाय शामिल होंगे।
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MITRA प्लेटफॉर्म का संचालन
SEBI ने MITRA प्लेटफॉर्म को दो योग्य RTAs, CAMS (Computer Age Management Services Limited) और KFIN Technologies Limited, द्वारा संचालित करने का प्रस्ताव दिया है। यह प्लेटफॉर्म निम्नलिखित वेबसाइट्स के जरिए उपलब्ध होगा:
- MF Central
- AMCs (Asset Management Companies)
- AMFI (Association of Mutual Funds in India)
- QRTAs की वेबसाइट्स
- SEBI की वेबसाइट
जनता से सुझाव का आह्वान
SEBI ने निवेशकों और जनता से 7 जनवरी, 2025 तक इस प्रस्ताव पर सुझाव मांगे हैं। यह सुझाव SEBI को प्लेटफॉर्म को और बेहतर बनाने में मदद करेंगे।
MITRA प्लेटफॉर्म कैसे मदद करेगा?
- निवेशकों को उनके पुराने और भूले हुए निवेशों का पता लगाने में मदद मिलेगी।
- पारदर्शिता बढ़ेगी और निवेशकों का भरोसा मजबूत होगा।
- निष्क्रिय निवेशों की जानकारी मिलने से कानूनी उत्तराधिकारियों को सही तरीके से उनके हक का लाभ मिल सकेगा।
- वित्तीय जागरूकता बढ़ेगी और निवेशक KYC अनुपालन के महत्व को समझेंगे।
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निष्कर्ष
MITRA प्लेटफॉर्म SEBI का एक सकारात्मक कदम है, जो म्यूचुअल फंड निवेशकों की पुरानी समस्याओं का समाधान लाने में सक्षम है। यह न केवल निष्क्रिय फोलियो की पहचान करेगा, बल्कि निवेशकों के हितों की रक्षा करेगा और उन्हें पारदर्शी वित्तीय तंत्र का हिस्सा बनाएगा।
डिस्क्लेमर
यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। कृपया किसी भी निवेश संबंधी निर्णय लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें। SEBI के इस नए प्लेटफॉर्म के जरिए आप अपने भूले हुए निवेशों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन निवेश करने से पहले सतर्कता और जांच आवश्यक है।